ये पतंगें अंबर स
कहती हैं क्या सुन ल
ये हवाएं कहत
क्या बादल स
ह्म्म हाँ सुन ल

क्या कहे दिल स
धड़कनें पागल
सुन लो क्या बोल
सांसों की हलचल

बांसुरी होठों से जो कह
तुम लबों से बोलो न
तितलियाँ जो फूलों से कह
तुम नज़र से बोलो न

हौले से बोलो न
चुपके से बोलो न
बोलो ना हाँ बोलो न
बोलो भी बोलो न

सुन लो क्या बोल
बूंदें सावन स
सुन लो क्या बोल
बूंदें सावन स

क्या कहे आंस
भीगे काजल स
बोलो ना हाँ बोलो न
बोलो भी बोलो न

बांसुरी होठों से ज

Composição: Swanand Kirkire / Shantanu Moitra